
महर्षि सांदीपनि आश्रम में बच्चों के विद्या , बुद्धि संस्कार के लिए स्लेट पूजा विधि -विधान से संपन्न कराई जाती है, यहां पर स्लेट पूजा का महत्व इसलिए है, क्योकि भगवान श्रीकृष्ण स्वयं यहां अपनी पट्टी पर गुरुदेव के द्वारा दिए गए मंत्र को लिखते थे और उन्हें कंठस्थ हो जाते थे !
यहीं पर भगवान कृष्ण समस्त विद्याओं और कलाओं में पारंगत हुए और एक विद्वान व्यक्ति बने इसके अलावा यहां साक्षात सरस्वती विराजित है , यहां पर गुरुजी के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण माता सरस्वती का पूजन होता है और इनके आशीर्वाद से बच्चे विद्वान होते हैं !विश्व का एकमात्र स्थान जहां विद्या बुद्धि- संस्कार स्लेट पूजा के माध्यम से किया जाता है यहां पर बड़ी संख्या में बच्चा अपने माता-पिता के साथ आते हैं अपने विद्या बुद्धि संस्कार के लिए इसलिए स्लेट पूजा संपन्न कराते !